आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने शुक्रवार को कोयला परिवहन घोटाले के आरोपितों के छत्तीसगढ़ सहित चार राज्यों के 24 ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति को लेकर की गई। कोयला परिवहन घोटाले में रायपुर जेल में बंद आइएएस समीर विश्नोई, आइएएस रानू साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं पीसीएस अधिकारी सौम्या चौरसिया के रिश्तेदारों और उनसे जुड़े लोगों के यहां ईओडब्ल्यू ने दस्तावेज खंगाले।
करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप
बता दें कि पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में कोयला परिवहन और डीएमएफ (डिस्टि्रक्ट मिनरल फंड) में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, गरियाबंद, महासमुंद के साथ ही राजस्थान, बेंगलुरु, झारखंड में कार्रवाई की गई। इस दौरान भिलाई से एक आरोपित मनीष उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया। वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
राजस्थान में समीर की ससुराल में छापा
निलंबित आइएएस समीर विश्नोई की राजस्थान के अनूपगढ़ स्थित ससुराल में छापा मारा गया। वहीं, रायपुर के देवेंद्रनगर स्थित शासकीय आवास और गायत्रीनगर स्थित उनकी पत्नी प्रीति गोदावरी के आवास पर कार्रवाई की गई। राजस्थान में समीर विश्नोई की कई एकड़ जमीन और रुई, बर्फ की फैक्टि्रयों में पैसा लगा हुआ है।
इसके साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के बेंगलुरु स्थित घर और झारखंड स्थित ठिकानों पर छापामारी की गई। टीम ने कोरबा में ठेकेदार मनसुख पटेल के घर पर जांच की।
सौम्या का सरकार में दबदबा था
भूपेश सरकार में इनकी ठेका कंपनी को राखड़ और कोयला परिवहन समेत कई बड़े काम मिले थे। मनसुख के छोटे बेटे से सौम्या की छोटी बहन का विवाह हुआ है। तब सौम्या का सरकार में दबदबा था, इसका लाभ परिवार को मिला।
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