रायपुर: प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना ग्रामीण अंचलों में ऊर्जा आत्मनिर्भरता का नया अध्याय लिख रही है। सुकमा जिले के कुम्हाररास निवासी श्री दिनेश पाल ने इस योजना के अंतर्गत अपने घर में 3 किलोवाट क्षमता का सौर संयंत्र स्थापित किया है, जिसके परिणामस्वरूप उनके बिजली बिल में बेहद कमी आई है। पहले जहाँ उन्हें प्रतिमाह 1600-1700 रुपये का भुगतान करना पड़ता था, वहीं अब यह घटकर 400-500 रुपये रह गया है।
श्री पाल बताते है कि योजना के तहत उन्हे सब्सिडी तथा बैंक ऋण का लाभ भी मिला है। उन्होंने योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे आर्थिक रूप से लाभकारी तथा ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया। घरो की छतो पर सोलर संयंत्र लगाने वाले हितग्राहियों को केन्द्रीय सब्सिडी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा भी अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है।
नेट-मीटरिंग प्रणाली से जुड़े इन सौर संयंत्रों के माध्यम से उपभोक्ता आवश्यकता से अधिक बिजली ग्रिड को बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। सुकमा कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने इसे पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा बचत और आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए महत्वपूर्ण पहल बताया। यह योजना अब ग्रामीण घरों में रोशनी, बचत और आत्मनिर्भरता का माध्यम बनकर ऊर्जा क्रांति ला रही है।
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